POWER OF TANTRIK SADHANA
तंत्र क्या है, तंत्र विज्ञान के फायदे, What is Tantra in hindi - तंत्र को ज्यादातर लोग या तो अंधविश्वास मानकर नकार देते हैं, या फिर कोई डरावनी चीज़ मानकर उससे दूर रहने की सलाह देते हैं। लेकिन यह एक विज|्ञान है, जीवन की प्रत्येक क्रिया तन्त्रोक्त क्रिया है॰यह प्रकृति,यह तारा मण्डल,मनुष्य का संबंध,चरित्र,विचार,भावनाये सब कुछ तो तंत्र से ही चल रहा है;जिसे हम जीवन तंत्र कहेते है॰जीवन मे कोई घटना आपको सूचना देकर नहीं आता है,क्योके सामान्य व्यक्ति मे इतना अधिक सामर्थ्य नहीं होता है के वह काल के गति को पहेचान सके,भविष्य का उसको ज्ञान हो,समय चक्र उसके अधीन हो ये बाते संभव ही नहीं,इसलिये हमे तंत्र की शक्ति को समजना आवश्यक है यही इस ब्लॉग का उद्देश्य है.MTYV Sadhna Kendra
Jeevan yantra जीवन यात्रा पूज्य गुरुदेव नारायण दत्त श्रीमाली जी
Thursday 18th of June 2015 01:20:01 PM
।।ॐ।। जीवन यात्रा ~भाग ~1 पूज्य गुरुदेव नारायण दत्त श्रीमाली जी समझ में नही आ रहा कहा से प्रारम्भ करूँ उनका जीवन आख्यान , जगमग करते ज्योति पुंज की किरणे ही जिस प्रकार उनके बारे में सब कुछ कह देती है उसी प्रकार पूज्य प्रभु के शब्द उनका ज्ञान ही उनके बारे में सब क...
जीवन में कभी भी यह विचार न करो, कि आप अकेले हैं साधक तीन तरह के दिखाई देते हैं
Wednesday 17th of June 2015 11:43:53 AM
जीवन में कभी भी यह विचार न करो, कि आप अकेले हैं, आप को भले ही कोई साथ दिखे या न दिखे सद्गुरुदेव जी सदैव आपके साथ थे, आपके साथ हैं, और आपके साथ सदैव रहेंगे चाहें आप रहो या न रहो । बस यदि किसी बात की कमी है तो मात्र समर्पण की, बस एक बार ह्रदय से कहकर देखो......हे सद्गुरुदेव जी मैं ...
पापांकुशा साधना papankusha sadhana १. संचित २. प्रारब्ध ३. आगामी (क्रियमाण)
Wednesday 17th of June 2015 10:22:11 AM
पापांकुशा साधना यावत् जीवेत सुखं जीवेत | सर्वं पापं विनश्यति || प्रत्येक जीव विभिन्न योनियों से होता हुआ निरन्तर गतिशील रहता है| हलाकि उसका बाहरी चोला बार-बार बदलता रहता है, परन्तु उसके अन्दर निवास करने वाली आत्मा शाश्वत है, वह मार... ती नहीं हैं, अपितु भिन्न-भिन्न शर...
पापांकुशा साधना papankusha sadhana
Tuesday 16th of June 2015 02:29:54 PM
this sadhna should be done atleast once a year पापांकुशा साधना ऐसी ही एक साधना है पापांकुशा साधना, जिसके द्वारा व्यक्ति अपने जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दोषों को - चाहे वह दरिद्रता हो, अकाल मृत्यु हो, बीमारी हो या चाहे और कुछ हो, उसे पूर्णतः समाप्त कर सकता है और अब तक के संचित पाप कर्मों को प...
एक आध्यात्मिक व्यक्ति शांति, आनंद,प्रेम, और स्थिरता का स्रोत होता है
Friday 12th of June 2015 07:59:32 AM
एक आध्यात्मिक व्यक्ति शांति, आनंद,प्रेम, और स्थिरता का स्रोत होता है, कई लोग मिल जायेंगे जो दावा करेंगे कि उनकी सीधी भगवान् से बात होती है, किसी का भगवान् कभी रोशनी का गोला होता है, किसी का कृष्ण, राम, या दुर्गा माता कोई भी जाना या अनजाना नाम होता है.ऐसे लोग दावा करेंगे ...
गुलामी हो तो सद्गुरु की gulami ho to sadgurudev ki
Friday 12th of June 2015 07:24:29 AM
बहुत-से ऐसे लोग हैं जो जमाने भर मे ये कहते फिरते हैं कि- "मैं गुरूदेव को प्यार करता हूँ, मैं गुरूदेव को प्यार करता हूँ" ! पर असली मज़ा तो तब और आये जब गुरूदेव आकर खुद कहे कि- "मैं तुझसे प्यार करता हूँ" ! गुलामी हो तो सद्गुरु की ________________________ ग़ुलामी कई प...
शंख का स्वास्थ्य,धार्मिक में महत्व shankh ka health and dhramink mahatav
Friday 12th of June 2015 07:08:21 AM
"हमारी सामाजिक , आर्थिक, धार्मिक और आध्यात्म में निरंतर उन्नति के लिए आइये जाने शंख का स्वास्थय में, धर्म में, ज्योतिष में उपयोग ~ "शंख का नाम लेते ही मन में पूजा - और भक्ति की भावना आ जाती है ...... ! "शंख का स्वास्थ्य में महत्व : ~~ १ : ~ शंख की आकृति और पृथ्वी की संरचना समान ...
सन्यास क्या है ? एक मानसिक भाव है
Friday 12th of June 2015 07:03:24 AM
सन्यास क्या है? सन्यास लेने या देने की चीज नहीं है| यह एक मानसिक भाव है, जिसके प्रति आकर्षण परमात्मा की कृपा से ही प्राप्त होता है| दीक्षा, आचरण के नियम, वेशभूषा, विधि आदि सम्प्रदाय या आश्रम विशेष या गुरु विशेष के होते है; पर संन्यास में इसकी कोई उपयोगिता नहीं है| जब किस...
सदगुरू-महिमा Gurumahima by writers
Friday 12th of June 2015 06:55:56 AM
सदगुरू-महिमा गुरु बिनु भव निधि तरै न कोई | जौं बरंचि संकर सम होई || -संत तुलसीदासजी हरिहर आदिक जगत में पूज्यदेव जो कोय | सदगुरू की पूजा किये सबकी पूजा होय || -निश्चलदासजी महाराज सहजो कारज संसार को गुरू बिन होत नाँही | हरि तो गुरू बिन क्या मिले, समझ ले मन माँही ||...
क्या है जीवन का असली लक्ष्य what is life aim
Friday 12th of June 2015 06:50:46 AM
क्या है जीवन का असली लक्ष्य जीवन का एक मात्र लक्ष्य सत्य को उपलब्ध हो जाना है… आत्मा को जान लेना है। धन पा जाना, नाम पा जाना, बड़ा आदमी बन जाना… ये जीवन के लक्ष्य नहीं हैं। इनका नाता तो शरीर से है और शरीर छूटने के साथ ही इन सबको छूट जाना है। सत्य को उपलब्ध होना कठिन नहीं है। ...