पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, हवन की सामग्री और मंत्रों में बहुत शक्ति है। हवन की अग्नि में दी गई आहुति, सीधे संबंधित देवता तक पहुंचती है। श्रीमद्भगवद्गीता के चौथे अध्याय में भी, श्री श्रीकृष्ण ने यज्ञ को परब्रह्म स्वरूप बताया है। हवन की पहली आहुति भी, सबसे पहले गणपति को ही दी जाती है। गणेश ही मूलाधार चक्र में विराजमान हैं। सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति मूलाधार चक्र को जागृत करके ही किया जा सकता है। वैसे तो मूलाधार चक्र, मंत्र और ध्यान से ही जागृत होता है, लेकिन अगर आप गणपति का विभिन्न वस्तुओं और मंत्रों से हवन करें, तो आपकी भौतिक इच्छा पूरी हो सकती है।
गणपति अथर्वशीर्ष में हवन की महिमा
गणपति अथर्वशीर्ष के अंतिम श्लोकों में, हवन से गणपति को प्रसन्न करने को कहा गया है।
यो दूर्वां कुरैर्यजति स वैश्रवणोपमो भवति।। यो लाजैर्यजति स यशोवान भवति।। स: मेधावान भवति।। यो मोदक सहस्त्रैण यजति। स वांञ्छित फलम् वाप्नोति।।
-दूर्वा से हवन करने वाला कुबेर के समान धनी होता है।
-छुहारे से हवन करने वालो को यश और कीर्ति मिलती है।
-मोदकों से हवन करने से सभी मनोकामनायें पूरी होती हैं।
तंत्रशास्त्र में गणपति हवन से कई कामनाएं पूरी होने का विवरण मिलता है।
नौकरी और संपत्ति के लिये गणपति हवन
-उच्छिष्ट गणपति मंत्र 'हस्तिपिशाचिलिखे स्वाहा का 16 हज़ार जाप।
-कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी से शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तक जाप करें।
-दशांश हवन से नौकरी और संपत्ति मिल सकती है।
-रूद्रयामल तंत्र के अनुसार, रोज़ 1 हजार जप से सब कुछ संभव होगा।
मनचाहा जीवनसाथी और संतान सुख
-हरिद्रा गणेश मंत्र 'ऊँ हुं गं ग्लौं हरिद्रागणपतये वर वरद सर्वजनहृदयं स्तम्भय स्तम्भय स्वाहा’
-4 लाख जाप और 40 हज़ार हवन की आहुति से विवाह और संतान सुख मिलता है।
गणपति हवन दिलाये कर्ज से छुटकारा
गणपति ऋणहर्ता मंत्र 'ऊँ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नम: फट्'।
1 लाख जाप और 10 हजार आहुति से कर्ज से छुटकारा मिलेगा।
दरिद्रता दूर करने का वक्रतुंड मंत्र
-'वक्रतुंडाय हुं फट्' का 6 लाख जाप और 60 हज़ार आहुति।
-मिलेगी अथाह धन संपत्ति और सुख समृद्धि।
-सिद्धि विनायक गणपति की पूजा करें।
-ऊँ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वरवरद सर्वाजनं मे वशमानय स्वाहा’मंत्र।
-रोज़ एक माला जपने से भी घर में लक्ष्मी आती हैं।
संतान सुख के लिये गणपति हवन
-30 दिन तक गणपति पर बेल चढ़ाकर ये मंत्र जपें।
-ऊँ पार्वती प्रियनंदनाय नम:’मंत्र की 11 माला जपें।
-108 मोदक से हवन करने से सूनी गोद भरती है।
इंटरव्यू में कामयाबी का गणपति हवन
-बप्पा की प्रतिमा पर, दूब चढ़ायें।
-रोज़ ऊँ गुणप्राज्ञाये नम:’मंत्र की 11 माला जपें।
-इसी मंत्र से 108 बार दूर्वा से हवन करें।
-आपको इंटरव्यू में कामयाबी मिलेगी।
हवन का वैज्ञानिक महत्व
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि WHO की एक रिपोर्ट, वातावरण में भरे ज़हर का खुलासा करती है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में, हर साल, 5 करोड़ 70 लाख मौत सिर्फ हवा में फैले विषाणुओं से होती हैं। जबकि हवन से निकले धुएं से हवा से फैलने वाली बीमारियां नहीं होती हैं।
-हवन में गाय का घी, लकड़ियां और शर्करा का प्रयोग।
-मार्षफिल्ड और फार्मिक एल्डीहाइड’जैसी विशुद्ध गैसें निकलती हैं।
-इन गैसों से पर्यावरण शुद्ध और ओजोन लेयर सुरक्षित।
-हवन के बाद, खेतों में बीज 2 हज़ार गुना तेज़ी से अंकुरित होते हैं।
-यज्ञशाला के 500 से लेकर डेढ़ किलोमीटर तक की हवा बहुत साफ पाई गई।