kundalini awakening Tantra Sadhana

kundalini awakening Tantra Sadhana ( )

मानव शरीर के चक्र एवं कुंडलिनी जागरण


मनुष्य शरीर स्थित कुंडलिनी शक्ति में जो चक्र स्थित होते हैं उनकी संख्या सात बताई गई है। यह जानकारी शास्त्रीय, प्रामाणिक एवं तथ्यात्मक है-     (1) मूलाधार चक्र - गुदा और लिंग के बीच चार पंखुरियों वाला 'आधार चक्र' है । आधार चक्...

कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 5


कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 5 ऊं गं गणेशाय नमः:  ऊं ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः :  ऊं नमः निखिलेश्वरायै : कुण्डलिनी शक्ति मनुष्य शरीर स्थित कुंडलिनी शक्ति में जो चक्र स्थित होते हैं उनकी संख्या सात बताई गई है। यह जानकारी ...

कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 4 kundali jagarn mantra Proyog Part 4


कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 4 ऊं गं गणेशाय नमः:  ऊं ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः :  ऊं नमः निखिलेश्वरायै : कुण्डलिनी शक्ति परमपिता का अर्द्धनारीश्वर भाग शक्ति कहलाता है यह ईश्वर की पराशक्ति है (प्रबल लौकिक ऊर्जा शक्ति)। जि...

कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 6 kundali jagarn mantra Proyog Part 6


कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 6 ऊं गं गणेशाय नमः:  ऊं ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः :  ऊं नमः निखिलेश्वरायै : कुण्डलिनी शक्ति मनुष्य शरीर स्थित कुंडलिनी शक्ति में जो चक्र स्थित होते हैं उनकी संख्या सात बताई गई है। यह जानका...

कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 1 kundali jagarn mantra Proyog Part 1


कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग १ ऊं गं गणेशाय नमः:  ऊं ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः :  ऊं निखिलेश्वरायै नमः : कुन्डलिनी [ kundalini ] जागरण साधनात्मक जीवन का सौभाग्य है. विशेष तथ्य :- कुन्डलिनी जागरण साधनात्मक जीवन का सौभाग्य ह...

कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 3 kundali jagarn mantra Proyog Part 3


कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 3 अमृत सिद्धि(मणिपुर चक्र विभेदनं): ॐ गं गणेशाय नमः: ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः : ॐ नमः निखिलेश्वरायै : अमृत सिद्धि(मणिपुर चक्र विभेदनं): मणिपुर चक्र को योग, साधना, तंत्र सिद्धि, प्रत्यक्षिकरण, देह...

कुंडलिनी जागरण शक्ति kundali shakti Proyog 1


कुण्डलिनी शक्ति-1 परमपिता का अर्द्धनारीश्वर भाग शक्ति कहलाता है यह ईश्वर की पराशक्ति है (प्रबल लौकिक ऊर्जा शक्ति)। जिसे हम राधा, सीता, दुर्गा या काली आदि के नाम से पूजते हैं। इसे ही भारतीय योगदर्शन में कुण्डलिनी कहा गया है। यह द...

कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 2 kundali jagarn mantra Proyog Part 2


कुंडलिनी जागरण मन्त्र प्रयोग भाग 2 ऊं गं गणेशाय नमः: ऊं ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः : ऊं निखिलेश्वरायै नमः : gunjarann kriya gunjaran is a technique in kriya yog.gunjaran has two aspects - one is shank method and other is called as soham method.these two techniques are further divided into samaanya gunjaran and advanced gunjaran. now,coming back to shank and soham methods -- in shank samaanya g...

अन्तर त्राटक


अन्तर त्राटक - छत पर जाएं  सुबह  4-5  बजे  , दरी बिछाकर  बैठ जाएं  आलथी पालथी में  । पहले  कपालभाति करें  5  मिनट  । फिर आँखें  बन्द  कर के शान्तिः  से बैठो ,  साँसो को सामान्य  होने दो ।  अन्धेरो में  देखते रहो बस...

कुंडलिनी जागृत How To Do Kundalini kriyaYog


क्या आप उर्जा चक्र और कुंडलिनी जागृत करने के बारे में जानते हैं ? क्या आप जानते हैं की वैज्ञानिकों ने पिछले कुछ सालों में मान लिया है कि इनके सही उपयोग से आप अपने खुद के डीएनए को सुगठित व रिबिल्ड तक कर सकते हैं ? सोचिये एक जिन्दा...

SANSKRIT LANGUAGE and Kundalini Beej Mantra


sanskrit language sanskrit  is the most original and natural language.all the alphabets in sanskrit are derived from nature.nature is manifested as kundalini inside a human being.the saying "yatho pinde thatho brahmaande" explains that complete universe is reflected inside human being. the sanskrit letters originally adds upto 50 in number.this are derived as follows: muladhar chakra has 4 petals with 4 beej mantras swadhishttaan has 6 beej manipur has 10 beej anaahat chakra h...

सहस्त्रार चक्र कुण्डलिनी जागरण शिव अमृत तत्व साधना


माया कुण्डलिनी क्रिया मधुमती काली कला मालिनी , मातंगी विजया जाया भगवती देवी शिवा शाम्भवी, शक्तिः शंकरा वल्लभा त्रिनयना वाग्वाहिनी भैरवी , ओमकार त्रिपुरा परार्मयि भगवती माता कुमारेश्वरी।। आध्यात्म जगत की सभी विविध प्रण...

जीवन मेँ गुरु के प्रति पूर्ण समर्पण


गतांक से आगे:- ???????️?️??????? अंखियन की करि कोठरी पुतली पलंग बिछाय , पलकन की चिक डारि कै पिउ कौ लिया रिझाय । ना मैं देखूँ और को ना तौहे देखन देहूँ । -मेने तो आखों की कोठरी बना करके पुतली का पलंग बिछाया है, क्योकि मुझे तो उसे बैठाना हे, और फिर...

BaglaMukhi Pratyangira Kavach | बगलामुखी प्रत्यंगिरा कवच


baglamukhi pratyangira kavach बगलामुखी प्रत्यंगिरा कवच इस कवच के पाठ से वायु भी स्थिर हो जाती है। शत्रु का विलय हो जाता है। विद्वेषण, आकर्षण, उच्चाटन, मारण तथा शत्रु का स्तम्भन भी इस कवच के पढ़ने से होता है। बगला प्रत्यंगिरा सर्व दुष्टों का नाश क...

चंडिका_जयंती बैशाख शुक्ल 15(पुर्णिमा) ॥ श्री चण्डिका मालामन्त्र प्रयोगः ॥


चंडिका_जयंती बैशाख शुक्ल 15(पुर्णिमा) को मनाई जाएगी जो कि दिनांक 23।05।2024 को हैं। सभी गुरुभाई/बहनों को मां भगवती चंडिका महाविद्या अवतरण दिवस की शुभकामनाएं संप्रेषित हैं... #चंडिका_सप्तशतीहृदयमस्तोत्र :- भगवती दुर्गाजी क...

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