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कामाख्या गुप्त मंत्र | kamakhya sadhana benefits in hindi

कामाख्या गुप्त मंत्र | kamakhya sadhana benefits in hindi

चैत्र-नवरात्रों में विशेष?
करें कामाख्या साधना :-

कामाख्या वशीकरण मंत्र

कामाख्या मोहिनी मंत्र


कामाख्या शक्ति साधना का मंत्र है, "ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे". कामाख्या शक्ति साधना अद्वितीय और श्रेष्ठतम शक्ति सम्पन्न है. साधक इस मंत्र का प्रतिदिन 51 बार उच्चारण करें

शक्ति के उपासकों के लिए ‘कामाख्या-मन्त्र’ की साधना अत्यन्त आवश्यक है।
यह ‘कामाख्या-मन्त्र’ कल्प-वृक्ष के समान है। सभी साधकों को एक, दो या चार बार इसका साधना एक वर्ष मे अवश्य करना चाहिए।
इस मन्त्र की साधना में चक्रादि-शोधन या कलादि-शोधन की आवश्यकता नहीं है।

इसकी साधना से सभी विघ्न दूर होते हैं और शीघ्र ही सिद्धि प्राप्त होती है। सभी प्रकार की नकारात्मक असर दूर होकर... सकारात्मक शक्तियों की प्राप्ती होती है।


।। विनियोग ।।


ॐ अस्य कामाख्या-मन्त्रस्य श्री अक्षोभ्य ऋषि:, अनुष्टुप् छन्द: , श्री कामाख्या देवता, सर्व- सिद्धि-प्राप्त्यर्थे जपे विनियोग:।


।। ऋष्यादि-न्यास ।।


श्रीअक्षोभ्य-ऋषये नम: शिरसि,
अनुष्टुप्-छन्दसे नम: मुखे,
श्रीकामाख्या-देवतायै नम: हृदि,

सर्व- सिद्धि-प्राप्त्यर्थे जपे विनियोगाय नम: सर्वाङ्गे।


।। कर-न्यास ।।


त्रां अंगुष्ठाभ्यां नम:,
त्रीं तर्जनीभ्यां स्वाहा,
त्रूं मध्यमाभ्यां वषट्,
त्रैं अनामिकाभ्यां हुम्,
त्रीं कनिष्ठिकाभ्यां वौषट्,
त्र: करतल-कर-पृष्ठाभ्यां फट्।
।। अङ्ग-न्यास ।।
त्रां हृदयाय नम:,
त्रीं शिरसे स्वाहा,
त्रूं शिखायै वषट्,
त्रैं कवचाय हुम्,
त्रौं नेत्र-त्रयाय वौषट्,

त्र: अस्त्राय फट्।


कामाख्या देवी का ध्यान:-


उक्त प्रकार न्यासादि करने के बाद भगवती कामाख्या का निम्न प्रकार से ध्यान करना चाहिए-
भगवती कामाख्या लाल वस्त्र-धारिणी, द्वि-भूजा, सिन्दूर-तिलक लगाए हैं।भगवती कामाख्या निर्मल चन्द्र के समान उज्ज्वल एवं कमल के समान सुन्दर मुखवाली हैं।भगवती कामाख्या स्वर्णादि के बने मणि-माणिक्य से जटित आभूषणों से शोभित हैं। भगवती कामाख्या विविध रत्नों से शोभित सिंहासन पर बैठी हुई हैं। भगवती कामाख्या मन्द-मन्द मुस्करा रही हैं। भगवती कामाख्या उन्नत पयोधरोंवाली हैं। कृष्ण-वर्णा भगवती कामाख्या के बड़े-बड़े नेत्र हैं। भगवती कामाख्या विद्याओं द्वारा घिरी हुई हैं। डाकिनी-योगिनी द्वारा शोभायमान हैं। सुन्दर स्त्रियों से विभूषित हैं। विविध सुगन्धों से सु-वासित हैं। हाथों में ताम्बूल लिए नायिकाओं द्वारा सु-शोभिता हैं।भगवती कामाख्या समस्त सिंह-समूहों द्वारा वन्दिता हैं। भगवती कामाख्या त्रि-नेत्रा हैं। भगवती के अमृत-मय वचनों को सुनने के लिए उत्सुका सरस्वती और लक्ष्मी से युक्ता देवी कामाख्या समस्त गुणों से सम्पन्ना, असीम दया-मयी एवं मङ्गल- रूपिणी हैं।
उक्त प्रकार से ध्यान कर कामाख्या देवी की पूजा कर कामाख्या मन्त्र का 12 माला प्रतिदिन नौ-रात्रों तक नौ दिन में 108 माला ‘जप’ करना चाहिए।

’जप’ के बाद निम्न प्रकार से ‘प्रार्थना’ करनी चाहिए। तत्पश्चात दशमी के दिन योनि-आकार हवन कुंड बनाकर उसमें... जाप किये गये मंत्र संख्या का दशमांश हवन करना चाहिऐ।। कन्या-पूजन करना चाहिऐ।।


प्रतिदिन जाप के उपरांत ये प्रार्थना अवस्य करनी चाहिये।।


कामाख्ये काम-सम्पन्ने, कामेश्वरि! हर-प्रिये!
कामनां देहि मे नित्यं, कामेश्वरि! नमोऽस्तु ते।।
कामदे काम-रूपस्थे, सुभगे सुर-सेविते!
करोमि दर्शनं देव्या:, सर्व-कामार्थ-सिद्धये।।
अर्थात् हे कामाख्या देवि! कामना पूर्ण करनेवाली,कामना की अधिष्ठात्री, शिव की प्रिये! मुझे सदा शुभ कामनाएँ दो और मेरी कामनाओं को सिद्ध करो। हे कामना देनेवाली, कामना के रूप में ही स्थित रहनेवाली, सुन्दरी और देव-गणों से सेविता देवि! सभी कामनाओं की सिद्धि के लिए मैं आपके दर्शन करता हूँ।

कामाख्या देवी का २२ अक्षर का मन्त्र ‘कामाख्या तन्त्र’ के चतुर्थ पटल में कामाख्या देवी का २२ अक्षर का मन्त्र उल्लिखित है-


मंत्र:-
ll त्रीं त्रीं त्रीं हूँ हूँ स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं स्त्रीं हूँ हूँ त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा ll


उक्त मन्त्र महा-पापों को नष्ट करनेवाला, धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष देनेवाला है। इसके ‘जप’ से साधक साक्षात् शक्ती-स्वरूप बन जाता है। इस मन्त्र का स्मरण करते ही सभी विघ्न नष्ट हो जाते हैं और समस्त मनोरथ पूर्ण होने लगते हैं।इस मन्त्र के ऋष्यादि ‘त्र्यक्षर मन्त्र’ (त्रीं त्रीं त्रीं) के समान हैं। परंतु इस साधना को योग्य गुरू के मार्गदर्शन में करें तो उचित होगा।।
’ध्यान’

इस प्रकार किया जाता हैमैं योनि-रूपा भवानी का ध्यान करता हूँ, जो कलि-काल के पापों का नाश करती हैं और समस्त भोग-विलास के उल्लास से पूर्ण करती हैं।मैं अत्यन्त सुन्दर केशवाली, हँस-मुखी, त्रि-नेत्रा, सुन्दर कान्तिवाली, रेशमी वस्त्रों से प्रकाशमाना, अभय और वर-मुद्राओंसे युक्त, रत्न-जटित आभूषणों से भव्य, देव-वृक्ष केनीचे पीठ पर रत्न-जटित सिंहासन पर विराजमाना, ब्रह्मा-विष्णु-महेश द्वारा वन्दिता, बुद्धि-वृद्धि-स्वरूपा, काम-देव के मनो-मोहक बाण के समान अत्यन्तकमनीया, सभी कामनाओं को पूर्णकरनेवाली भवानी का भजन करता हूँ।


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कामाख्या देवी का मंत्र कौन सा है?

  1. कामाख्या देवी को कैसे प्रसन्न करें?
  2. कामाख्या देवी की साधना कैसे की जाती है?
  3. कामाख्या में कितने दिन चाहिए?


Kamakhya Devi Beej Mantra 108 Times | kamakhya devi mantra | Vashikaran Mantra | Durga Devi mantra
kleem kleem kamakhya kleem kleem namah 
क्लीं क्लीं कामाख्या क्लीं क्लीं नमः 

सम्मोहन वशीकरण मंत्र(इसके इस्तेमाल से दो मिनट में आपका प्यार आपको फ़ोन कर देगा)


क्लीं क्लीं कामाख्या क्लीं क्लीं (नाम )सम्मोहन वशीकरणय  हूं हूं फट स्वाहा 

Kleem Kleem Kaamaakhyaa Kleem Kleem namah | 


All Mantras of Goddess Kamakhya are in trend nowadays because there are many different benefits of kamakhya devi mantra as peace and relaxation of mind, growth of spiritual energy, Vashikaran on anyone, the powerful tantrik powers or occultism Powers, etc. 

The Chant of Goddess Kamakhya mantra regularly give us protection from all negative evil powers. You may do any goddess Kamakhya Devi mantra. #kamakhya #devi #mantra 

माँ कामाख्या देवी मंत्र Maa Kamakhya Mantra : – 


1. माँ कामाख्या देवी बीज मंत्र – " क्लीं क्लीं कामाख्या क्लीं क्लीं नमः "

 

2. माँ कामाख्या तांत्रिक मंत्र/Kamakhya Mantra : 

– 
|| त्रीं त्रीं त्रीं हूँ हूँ स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं स्त्रीं हूँ हूँ त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा || 
||3.|| माँ कामाख्या देवी प्रणाम मंत्र – 
कामाख्ये कामसम्पन्ने कामेश्वरि हरप्रिये । कामनां देहि मे नित्यं कामेश्वरि नमोऽस्तु ते ॥ 
||4.|| माँ कामाख्या वशीकरण मंत्र – || ॐ नमो कामाक्षी देवी आमुकी में वंशं कुरु कुरु स्वः 

|| 5. माँ कामाख्या देवी सिन्दूर प्रयोग का मंत्र : – मंत्र इस प्रकार है : 


कामाख्याये वरदे देवी नीलपर्वतावासिनी | त्व देवी जगत माता योनिमुद्रे नमोस्तुते || 
तंत्र विद्या की दृष्टि से कामाख्या सिद्ध पीठ सम्पूर्ण भारत में प्रथम स्थान पर आता है | 
यहाँ प्रतिवर्ष अम्बूबाची नाम से मेला लगता है जिसमें दूर दूर से साधक तंत्र साधना (Kamakhya Mantra) में सिद्धि अर्जित करने यहाँ आते है | 
तंत्र साधना द्वारा ही नहीं अपितु दैनिक पूजा-आराधना से भी माँ कामाख्या देवी का आर्शीवाद अति शीघ्र प्राप्त होने लगता है | माँ कामाख्या आपकी सभी मनोकामना पूर्ण करे ऐसी हम कामना करते है | 

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