कभी कभी साधना करते करते अचानक बहुत सारी नेगेटिविटी आ जाती है , लगता है कि सब छोड़ दिया जाए , इतनी मेहनत के बाद भी कुछ अच्छा नहीं हो रहा , क्या फायदा इस साधना का ????
तो मेरे .... ! चिंता मत करो , खुश हो जाओ क्योंकि जन्म जन्म के संचित कर्म नष्ट हो रहे हैं , जो कष्ट बड़े रूप में होने थे वो सब छोटे रूप में ही बाहर आ रहे हैं और आपकी साधना सफल हो रही है । यही समय है आपकी आस्था और विश्वास के परीक्षण का । इस समय डिगना नहीं अपने मार्ग से । पा जाओगे जो चाहते हो । विश्वास करो । भाव रखो अपने पर , अपने सिद्ध गुरु और गुरु तत्व और परम तत्व पर पर ।
तमन्ना कुछ भी नही,
एक तेरे दिदार के बिना ,
जिन्दगी अधुरी है।मेरे मालिक
तेरे प्यार के बिना सब पूछते हैं मेरी खुशी का राज मालिक
इजाजत हो तो बता दूँ आपका नाम
अपने कार्य के फलों को अपने सदगुरुदेव को समर्पित कर दे
अपने कार्य के फलों को अपने सदगुरुदेव को समर्पित कर दें एवं जो आपके रास्ते में आये दैवीय उपहार की तरह पुरस्कार के रूप में स्वीकार करें। बिना अपेक्षाओं के जीवन जियें। जीवन में छोटे छोटे वर्त लें आज मैं नम्रता का व्यवहार करूँगा,| पास आने वाले को विवेकपूर्ण ढंग से संतुष्ट करूँगा, सबसे मधुर व्यवहार करुंगा, किसी की निंदा नहीं करूँगा, किसी से कोई बैर-द्वेष नहीं करूँगा, मेरे साथ जो भी घटित होगा, उसे सदगुरुकृपा मानूंगा, हर हालत में शांत बना रहूँगा एक भी शब्द गलत नहीं बोलूँगा, अपने सदगुरुदेव का नाम स्मरण करता रहूँगा, भविष्य की चिंता नहीं करूँगा, पूरा दिन ख़ुशी से बिताऊंगा, दूसरों का दोष नहीं, गुण ही देखूंगा, केवल सच ही बोलूँगा, शुद्ध व् पवित्र विचार करुँगा, अनासक्त भाव बनाये रखूँगा, लोभ नहीं आने दूंगा, काम को फटकने नहीं दूंगा, मैं केवल अपने सदगुरुदेव का यंत्र हूँ अपने सदगुरुदेव की कृपा का मन ही मन धन्यवाद दूंगा, समता को बनाए रखूँगा, अपने दुर्गुणों को पहचान कर उन्हें दूर करूँगा, सदगुरुदेव सभी में समाया है हर समय मेरे ऊपर सदगुरुदेव कृपा बरस रही है।