वारुणी पर्व योग 18 मार्च 2015
वारुणी पर्व योग 18 मार्च 2015
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कल होगी ग्रहो की कृपा और एक येसा पर्व है जो किसी भी ग्रहण से ज्यादा सौ गुना फलदायी है.
वारुणी पर्व योग मे किये जाने वाले मंत्र जाप का फल सौ ग्रहण से अधिक महत्वपूर्ण है.येसे समय का लाभ उठाये वैसे तो यह योग सायं 5.38 से रात 10.28 तक है परंतु मंत्र जाप का समय शाम को 5:38 से सूर्यास्त तक उपयुक्त है.
येसा महान पर्व पर बुधवार का दिवस होने के कारण आप माँ लक्ष्मी जी की आराधना करे,यहा पर आपको लक्ष्मी मंत्र दे रहा हू और कामना करता हू आपकी आर्थिक उन्नति हो.
मंत्र:-
ll ओम ह्रीं श्रीं गजलक्ष्म्यै श्रीं ह्रीं नम: ll
om hreem shreem gajalaxmyai shreem hreem namh
उत्तर दिशा मे मुख करके बैठे और सामने लक्ष्मी जी का चित्र या कोई यंत्र हो,माला स्फटिक या कमलगट्टा की हो,आसन वस्त्र के रंग का कोई बंधन नही है.प्रसाद मे कुछ मिठा चढाये और घी का दीपक प्रज्वलित करे.इस योग मे पूर्ण समय मे गजलक्ष्मी मंत्र का जाप करे.
यह मंत्र अद्वितीय है.
आदेश....