मंत्रों में कितनी शक्ति है, शायद आप न जानते हों। इसीलिये आज हम बताएंगे कि कैसे मंत्रों की शक्ति से अपनी मनचाही चीज़ पा सकते हैं। शाबर मंत्र न सिर्फ आसान हैं बल्कि उन्हे सिद्ध करने के लिए भी बहुत तामझाम की ज़रुरत नहीं। दीपावली की रात इन्हें सिद्ध करने के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है।
मंत्रों में कितनी शक्ति है, शायद आप न जानते हों। इसीलिये आज हम बताएंगे कि कैसे मंत्रों की शक्ति से अपनी मनचाही चीज़ पा सकते हैं। शाबर मंत्र न सिर्फ आसान हैं बल्कि उन्हे सिद्ध करने के लिए भी बहुत तामझाम की ज़रुरत नहीं। दीपावली की रात इन्हें सिद्ध करने के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है।
शाबर मंत्रों में है अद्भुत शक्ति
अमावस की काली अंधेरी रात, जब अंधेरा इतना गहरा जाता है कि हाथ को हाथ दिखाई नहीं देता। तब ऐसे में मां लक्ष्मी निकलती हैं अपना ऐश्वर्य लुटाने। मंत्र जाप और सिद्धि के लिए भी दीपावली की रात सबसे शुभ मानी गई है। इसीलिए हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे शाबर मंत्र जिनके जाप से आप अपनी तिजोरी भर सकते हैं।
किसने दिए शाबर मंत्र?
शाबर मंत्र भगवान शंकर ने अपने भक्तों की सांसारिक जरुरतें पूरी करने के लिए दिये थे। वैदिक मंत्रों को सिद्ध करना और उनके संस्कृत के उच्चारण थोड़े मुश्किल होते हैं। उनके लिए विधि विधान भी काफी करने पड़ते हैं लेकिन शाबर मंत्र में ऐसा कुछ खास नहीं करना पड़ता। इसीलिये शाबर मंत्रों से धन संपत्ति पाना ज्यादा आसान है। गोस्वामी तुलसीदास ने भी शाबर मंत्रो की महिमा का बखान करते हुए लिखा है कि अनमलि आखर अरथ न जापू शाबर सिद्ध महेश प्रतापू। यानि शाबर मंत्रों से आप अपनी मनचाही चीज़ पा सकते हैं। दीपावली की रात शाबर मंत्रों का जाप करके आप मां ल्रक्ष्मी को सदा के लिये अपने पास रोकर रख सकते हैं।
शाबर मंत्रों की विशेषता
शाबर मंत्र जितने आसान हैं, उससे कहीं ज्यादा जल्दी परिणाम देते हैं।
शाबर मंत्र सरल भाषा में हैं और उच्चारण में ग़लती की संभावना नहीं रहती।
शाबर मंत्र अपने आप सिद्ध होते हैं, लेकिन शाबर मंत्रों की उपासना गुरु के निर्देशन में ही करना चाहिये।
साधना के दौरान कुछ डरावनी घटनाएं हों तो इनसे डरने की जरुरत नहीं।
शाबर मंत्र जाप से पहले राम रक्षा स्रोत का पाठ ज़रुर करें।
शाबर मंत्रों का इस्तेमाल किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए कभी नहीं करना चाहिये।
कैसे करें शाबर मंत्रों की सिद्धि ?
ॐ विष्णु-प्रिया लक्ष्मी, शिव-प्रिया सती से प्रकट हुई कामाक्षा भगवती आदि-शक्ति, युगल मूर्ति अपार, दोनों की प्रीति अमर, जाने संसार। दुहाई कामाक्षा की। आय बढ़ा व्यय घटा। दया कर माई। ॐ नमः विष्णु-प्रियाय। ॐ नमः शिव-प्रियाय। ॐ नमः कामाक्षाय। ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा। इस शाबर मंत्र को आप दीपावली की रात ऐसे सिद्ध कर सकते हैं। इसके लिए मां लक्ष्मी की प्रतिमा की धूप,दीप से पूजा करनी होगी। उसके बाद इसका सवा लाख मंत्र जाप करना होगा। ध्यान रहे दीपावली की रात मंत्र जाप का 100 गुना फल मिलता है इसलिये आपको सिर्फ 12,500 बार ही जाप करना होगा।
लक्ष्मी का पहला शाबर मंत्र
ओम नम: काली कंकाली महाकाली मुख सुन्दर जिये व्याली
चार बीर भैरों चौरासी बात तो पूजूं मानए मिठाई अब बोली कामी की दुहाई
सुबह स्नान के बाद लक्ष्मी पूजन के बाद पूर्व की ओर मुख करके बैठें।
फिर सुविधा के हिसाब से 7, 14, 21, 28, 35, 42 या 49 मंत्रों का जप करें।
ऐसा करने से आप कोई नया कारोबार जल्दी शुरु कर लेंगे।
लक्ष्मी का दूसरा शाबर मंत्र
ॐ श्री शुक्ले महाशुक्ले, महाशुक्ले कमलदल निवासे श्री महालक्ष्मी नमो नमः। लक्ष्मी माई सबकी सवाई, आओ चेतो करो भलाई, ना करो तो सात समुद्रों की दुहाई, ऋद्धि नाथ देवों नौ नाथ चैरासी सिद्धों की दुहाई। इस मंत्र को रोज़ एक माला जपें। जाप के बाद दुकान की चारों दिशाओं में नमस्कार करें। दुकान के पूजा घर में धूप दीप दिखाकर कारोबार की शुरुआत करें। देखते ही देखते दुकान चल निकलेगी।
लक्ष्मी का तीसरा शाबर मंत्र
ॐ क्रीं श्रीं चामुंडा सिंहवाहिनी कोई हस्ती भगवती रत्नमंडित सोनन की माल, उर पथ में आप बैठी हाथ सिद्ध वाचा, सिद्धि धन धान्य कुरु-कुरु स्वाहा। दीपावली की रात 12500 का जाप करें। बेरोज़गारों को नौकरी मिलेगी और नौकरी वालों को तरक्की।
लक्ष्मी का चौथा शाबर मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं ठं ठं ठं नमो भगवते, मम सर्वकार्याणि साधय, मां रक्ष रक्ष शीघ्रं मां धनिनं, कुरु कुरु फट् श्रीयं देहि, ममाप निवारय निवारय स्वाहा। ज्यादा रुपए पाने के लिए इस मंत्र का जाप करते हुये घर या मंदिर के शिवलिंग पर 7 बेलपत्र चढ़ायें। रोज़ एक माला का जाप करें।
लक्ष्मी का पांचवां शाबर मंत्र
इस मंत्र को ॐ श्रीं श्रीं श्रीं परमाम् सिद्धिं श्रीं श्रीं श्री सिद्ध करने के लिए दीपावली या फिर किसी भी शाम को प्रदोषकाल में
रोज़ 3 माले का जाप करें। इसके बाद अगर,तगर,केसर,लाल और सफेद चंदन,गुगुल,कपूर को घी में मिलाकर इसी मंत्र से 108 आहुति दें। 7 प्रदोषकाल में की गई पूजा से आपके जीवन में धन संपत्ति का अंबार लग जाएगा। वैदिक मंत्रों की सिद्धि में तो थोड़ा समय लगता है लेकिन शाबर मंत्रों का असर तुरंत दिखने लगता है। ऐसी मान्यता है कि शाबर मंत्रों की रचना गुरु गोरखनाथ और 84 सिद्धो ने की थी। यह मंत्र आम लोगों की भलाई के लिए बनाए गए थे। इन्हें सिद्ध करने में मुश्किलें भी कम थीं। लिहाजा यह मंत्र जल्दी लोकप्रिय हो गये। शाबर मंत्रों में लोक भाषा के शब्द ज़्यादा मिलते हैं।