यह एक संजीवनी मंत्र प्रयोग है,अचूक है, श्रेष्ठतम मंत्र है इसी मंत्र के प्रयोग से जीवन की किसी भी समस्या का गारंटी के साथ हल होता है | महालक्ष्मी महासरस्वती महाकाली का संयुक्त रूप है||
मार्कण्डेय पुराण के समस्त श्लोकों का निचोड़ है यह मंत्र महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती का समन्वित स्वरुप है,इसमें महाकाली मंत्र भी है, बगलामुखी भी है और धूमावती भी है और दस महाविद्या मंत्र भी है सीधा अचूक प्रभाव लिए हुए है| इस मंत्र के दो पक्ष हैं -१. हृदय पक्ष को जाग्रत करने की क्रिया और २, जीवन की प्रत्येक समस्या को हल करने की कुंजी|| मैंने स्वयं इस मंत्र को परखा है,अनुभव किया है जीवन में उतारा है| मैं स्वयं इस मंत्र को अत्यंत कठिनाई से प्राप्त कर पाया था आप इस मंत्र को इतनी सरलता से प्राप्त कर रहे हैं इस से बड़ा कोई सौभाग्य नहीं हो सकता -सदगुरुदेव डॉ नारायणदत्त श्रीमाली जी महाराज परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी
जीवन में तीन प्रकार के ताप कहे गए हैं,दैविक, दैहिक और भौतिक , जो कि हर प्रकार की पीड़ा के मुख्य स्रोत हैं,इस मंत्र के माध्यम से इन तापों को समाप्त किया जा सकता है
While reciting this mantra , the sound of 'AING' must be pronounced.You can also take its related diksha from Gurudham Jodhpur/Delhi by visiting in person or through Photo and start its Mantra Japa ( Recitation of Mantra) whenever there is any obstacle or problem in life and make life great and happiest from all the angles. You can refer this link for enquiry and help:http://nikhilmantravigyan.org/