POWER OF TANTRIK SADHANA
तंत्र क्या है, तंत्र विज्ञान के फायदे, What is Tantra in hindi - तंत्र को ज्यादातर लोग या तो अंधविश्वास मानकर नकार देते हैं, या फिर कोई डरावनी चीज़ मानकर उससे दूर रहने की सलाह देते हैं। लेकिन यह एक विज|्ञान है, जीवन की प्रत्येक क्रिया तन्त्रोक्त क्रिया है॰यह प्रकृति,यह तारा मण्डल,मनुष्य का संबंध,चरित्र,विचार,भावनाये सब कुछ तो तंत्र से ही चल रहा है;जिसे हम जीवन तंत्र कहेते है॰जीवन मे कोई घटना आपको सूचना देकर नहीं आता है,क्योके सामान्य व्यक्ति मे इतना अधिक सामर्थ्य नहीं होता है के वह काल के गति को पहेचान सके,भविष्य का उसको ज्ञान हो,समय चक्र उसके अधीन हो ये बाते संभव ही नहीं,इसलिये हमे तंत्र की शक्ति को समजना आवश्यक है यही इस ब्लॉग का उद्देश्य है.MTYV Sadhna Kendra
धर्म से ही जीवन सार्थक हो सकता है
Monday 27th of April 2015 01:43:51 PM
धर्म से ही जीवन सार्थक हो सकता है यह मानव जीवन दुर्लभ है। देवता भी इसके लिए तरसते हैं, क्योंकि इसी से आत्म-कल्याण संभव है। हमने असीम पुण्योदय से यह मानव जीवन पाया है, क्या इसे हम यों ही गंवा देना चाहते हैं? जो उम्र चली गई, वह तो व्यर्थ गई, लेकिन जो जीवन बचा है, उसे संभालिए। म...
Nikhil Kavach श्री निखिलेश्वरानंद कवच, निखिल कवच, श्री निखिलेश्वरानंद कवचम
Monday 27th of April 2015 01:42:17 PM
निखिल कवच श्री निखिलेश्वरानंद कवचमॐ अस्य श्री निखिलेश्वरानंद कवचस्य ,श्री मुदगल ऋषि: .अनुष्टुप छंद :.श्री गुरुदेवो निखिलेश्वरानंद परमात्मा देवता ."महोस्त्वं रूपं च " इति बीजम."प्रबुद्धम निर्नित्यमिति " कीलकम ."अथौ नैत्रं पूर्ण " इति कवचम .श्री भगवतो निखिल...
धनदा रतिप्रिया यक्षिणी प्रयोग, तांत्रोक्त धनदा रतिप्रिया यक्षिणी साधना, ratipriya yakshini image,yakshini sadhana experience in hindi,kameshwari yaksh
Tuesday 21st of April 2015 01:34:47 PM
लक्ष्मी के जितने भी स्वरुप होते है, उन सभी स्वरूपों का आवाहन व विशेष पूजा की जाती है, प्राण प्रतिष्ठा प्रक्रिया संपन्न की जाती है, दशों दिशाओं का कीलन किया जाता है जिससे किसी भी बाहरी बाधा से साधना में विघ्न ना पड़े और जो भी संकल्प साधक करें, उसका फल साधक को तत्काल अवश्य ...
Apsra sadhna /Yakshini Sadhna अप्सरा साधना के नियम
Monday 20th of April 2015 11:06:00 AM
यदि किसी भाई या बहन को साधना में यकीन ना हो तो यह साधनाए मत करें। यह साधना तो केवल साधक जगत के लोगों के लिए हैं ना कि किसी को यकीन दिलाने के लिए। साधक इन सब साधनाओं के बारे मे पहले से ही जानते हैं। बिना किसी के मार्गदर्शन मे साधना करने से समय ज्यादा लगता है इसलिए अच्छा ...
मुझे वे शिष्य अत्यंत प्रिय हैं Mujhe ve shisya priya hai JO guruseva me rat hai
Friday 17th of April 2015 03:24:56 PM
give me faith and devotion, and i will give you fulfilment & completeness - parampujya pratahsamaraniya gurudev dr. narayan dutt shrimaliji " मुझे वे शिष्य अत्यंत प्रिय हैं, जो अपने स्तर के अनुसार सेवा कार्य में रत हैं और समाज के नवनिर्माण में अपना योगदान प्रस्तुत कर रहे हैं. जब मैं एक, पॉँच, दस, पचास, सौ, पॉँच सौ व्यक्तियों व् परिवारों में अध्या...
चेतना मंत्र रहस्य chetna mantra rahsya
Friday 17th of April 2015 03:19:56 PM
give me faith and devotion, and i will give you fulfilment & completeness - parampujya pratahsamaraniya gurudev dr. narayan dutt shrimaliji चेतना मंत्र ...... साधनाओ के महासागर मे कुछ हीरे , कुछ मोती हम सब के पास हैं ही. पर हम अन्य चमकीले पत्थर की खोज मे लगे रहते हैं क्योंकि इन हीरे मोती को प्राप्त करने मे हमने कोई संघर्ष किया ही नही . और एक ऐसे ही अन...
॥प्राण प्रतिष्ठा विधानम्॥ Basic Pran pratistha vidhan shree yantra sadhana
Friday 17th of April 2015 03:08:39 PM
॥प्राण प्रतिष्ठा विधानम्॥ ये विधान सदगुरुदेव की पुस्तक ऐश्वर्य महा लक्ष्मी से लिया है इस विधान के अंत मे "ॐ" के आगे 15 लिखा है इस प्रकार सूक्ष्म रूप से विग्रह के पंच दस संस्कार सम्पन्न किया जा रहा है। इसका मतलब है की आपको ॐ को कुल 15 बार बोलना है। कृपया ज्यादा दिमाग ...
पूर्ण शिष्यत्व प्राप्ति साधना.
Friday 17th of April 2015 03:04:02 PM
पूर्ण शिष्यत्व प्राप्ति साधना. यह साधना गुरुपूर्णिमा कि अवसर पे कि जा सकती है,साधना पूर्णता दुर्लभ और गोपनीय है और मेरी जीवन कि सबसे महत्वपूर्ण साधना है . जिस तरहा गुरु-शिष्य क सम्बध है उसी तरहा इस साधना का सम्बध मेरी प्राणो से जुडा हुआ है . यह साधना हमारे पिताश्र...
मानस सिद्धि : दिव्य चेतना का प्रथम द्वार
Friday 17th of April 2015 02:59:13 PM
मानस सिद्धि : दिव्य चेतना का प्रथम द्वार तत् सृष्टित्व तद् इव नु प्रविश्तात् “ ब्रह्मांड की रचना करने के पश्चात ब्रहमा जी इसी में समा गए “ हम ही ब्रह्म है और हमें स्वयं को समस्त ब्रह्मांड में व्याप्त समझते हुए स्वयं के निर्माण का कार्य करना है “ कुछ द...
NIKHIL PANCH RATNA RAHASYA -1
Friday 17th of April 2015 02:52:13 PM
aadi shankracharya has been the one of the greatest personality and gem of knowledge. the level of knowledge accomplished by him is beyond imagination, it was all due to his dedication and highest thirst for attainment of knowledge. he attained knowledge in such a way that he becomes established as the best personality, a role model in this knowledge field. his life was definitely full of struggles, at every step he faced criticism and tyranny but he had aim in his mind, his life’s basic aim, intense desire to attain knowledge and complete dedication. but was all this enough? no, every era of dynamism of time is witness to the fact that as darkness had been present in all the times so w...