POWER OF TANTRIK SADHANA
तंत्र क्या है, तंत्र विज्ञान के फायदे, What is Tantra in hindi - तंत्र को ज्यादातर लोग या तो अंधविश्वास मानकर नकार देते हैं, या फिर कोई डरावनी चीज़ मानकर उससे दूर रहने की सलाह देते हैं। लेकिन यह एक विज|्ञान है, जीवन की प्रत्येक क्रिया तन्त्रोक्त क्रिया है॰यह प्रकृति,यह तारा मण्डल,मनुष्य का संबंध,चरित्र,विचार,भावनाये सब कुछ तो तंत्र से ही चल रहा है;जिसे हम जीवन तंत्र कहेते है॰जीवन मे कोई घटना आपको सूचना देकर नहीं आता है,क्योके सामान्य व्यक्ति मे इतना अधिक सामर्थ्य नहीं होता है के वह काल के गति को पहेचान सके,भविष्य का उसको ज्ञान हो,समय चक्र उसके अधीन हो ये बाते संभव ही नहीं,इसलिये हमे तंत्र की शक्ति को समजना आवश्यक है यही इस ब्लॉग का उद्देश्य है.MTYV Sadhna Kendra
नवार्ण और नवदुर्गा मंत्र साधना., navarna and navdurga mantra sadhan
Saturday 22nd of July 2017 05:22:58 AM
नवार्ण और नवदुर्गा मंत्र साधना. दुर्गा पूजा शक्ति उपासना का पर्व है। नवरात्र में मनाने का कारण यह है कि इस अवधि में ब्रह्मांड के सारे ग्रह एकत्रित होकर सक्रिय हो जाते हैं, जिसका दुष्प्रभाव प्राणियों पर पड़ता है। ग्रहों के इसी दुष्प्रभाव से बचने के लिए नवरात्रि में ...
गुरु पूर्णिमा पर विशेष
Tuesday 11th of July 2017 11:55:14 AM
गुरु पूर्णिमा पर विशेष गुरु पूर्णिमा के दिन न केवल आप अपने गुरु से कृपा पाते हैं बल्कि अगर हृदय सही स्थिति में हो, मन विचारों से खाली हो, तो गुरु ही क्या, परमगुरु की कृपा भी मिलती है आज तक संसार में जितने भी बुद्धपुरूष हुए हैं, उन सभी महान आत्माओं का, उन सभी महान व्य...
What is Vitality? प्राण क्या है ?
Friday 30th of June 2017 07:57:30 AM
प्राण क्या है ? प्राण क्या है ? प्राण क्या है ? “प्राचीन भारतीय चिकित्सा शास्त्रों के अनुसार— ‘मानव–शरीर को संचालित करने वाली शक्ति, जो मनुष्य की जीवनी शक्ति है, उसे योगियों ने “प्राण” कहा है, जो शरीर में अनवरत रूप में प्रवाहित है, जब इस प्रवाह प्रक्रिया में कोई अ...
What is the Advaita theory? अद्वैत सिद्धान्त का तात्पर्य क्या है ?
Friday 30th of June 2017 07:52:34 AM
अद्वैत सिद्धान्त का तात्पर्य क्या है ? अकेला ब्रह्म या अकेली माया अपने आप में पूर्णता नहीं दे सकती । शंकराचार्य ने अद्वैत सिद्धान्त की रचना की, अद्वैत का तात्पर्य है— “माया और ब्रह्म का एकाकार हो जाना ।” डा. नारायण दत्त श्रीमाली कुण्डलिनी यात्रा ः मुलाधार से सह...
mansik guru poojan sadhana सद्गुरुदेव रचित ‘तान्त्रोक्त गुरुपूजन’ ग्रन्थ से प्रचारार्थ साभार मानसिक–गुरु पूजन
Friday 30th of June 2017 07:47:11 AM
मानसिक–गुरु पूजन मानसिक–गुरु पूजन सद्गुरुदेव रचित ‘तान्त्रोक्त गुरुपूजन’ ग्रन्थ से प्रचारार्थ साभार इस मानसिक पूजन में अन्य विशिष्ट पूजनों की अपेक्षा किसी प्रकार की न्यूनता या कम लाभ होगा, ऐसा नहीं सोचना चाहिए, क्योंकि इस पूजन में भी वैसा ही ला...
पाप नाश सिर्फ गुरु किरपा से संभव, paap nash karne ka sutra
Friday 30th of June 2017 07:29:02 AM
पाप नाश सिर्फ गुरु किरपा से संभव पाप ६ प्रकार से जीवन में आते है और उन को मनुस्य को ६ प्रकार से भोगता है ? सुने सद्गुरु के वचन से और जीवन का हर समस्या का समाधान यही से प्राप्त होगा ? जय सद्गुरु देव https://www.4shared.com/s/fi5oha6h2 शिष्य बनाने के लिए नियम गुरु जब मिले तो पहले उसको अपने स्तर ...
सिद्धाश्रम पञ्चक sidhashram panchak sadhana strot
Friday 30th of June 2017 07:26:22 AM
सिद्धाश्रम पञ्चक गुरूत्वम् सदैवम् पुर्णा तदैवम्। भाग्येन् देवो भवदेव नित्यम्।। अहो भवाम् परीपूर्ण सिन्धुम्। गुरूत्वम् शरण्यम् गुरुत्वम शरण्यम्।। त्वमेव माता च पिता त्वमेव.......... त्वम् मातृ रुपम् पितृ स्वरुपम्। बन्धु स्वरुपम् आत्म स्वरुपम्।। चैतन्य रुपम् पूर...
Kamala Lakshmi tantrot Sadhana, भगवती कमला, धन की पूर्णता जीवन की पूर्णता
Friday 30th of June 2017 07:11:50 AM
kamala lakshmi tantrot sadhana जीवन की पूर्णता ‘‘धन’’ धन की पूर्णता ‘‘भगवती कमला’’ जीवन में केवल कुछ ही वस्तुएं ऐसी हैं, जिन्हें धन से नहीं खरीदा जा सकता। बाकी सारी वस्तुएं प्राप्त करने के लिए हमें धन की आवश्यकता होती है। हम सब जानते हैं कि रुपया-पैसा सब कुछ नहीं होता परन्तु कु...
guru mantra sadhana sutra
Tuesday 27th of June 2017 11:04:10 AM
गुरु साधना सूत्र :- गुरु मंत्र का कम से कम सवा लाख (१,२५,००० ) जाप करने के बाद ही अन्य साधनाओं में प्रवृत्त हों| साथ में चेतना मंत्र और गायत्री मंत्र का भी जाप करे | गुरु, इष्ट शिव और मंत्र को एक ही मानें. गुरु कृपा से ही साधनाओं में सफ़लता मिलती है.| गुरु के सेवा ही शिस्य क...
Inhibition of the paths and the work of lust
Tuesday 27th of June 2017 08:32:02 AM
साधनां पथ और काम बाधा- जय निखिलं मित्रों जीवन में बहुत बार ऐसा होता है कि व्यक्ति साधना तो करना चाहता है परंतु देश काल और परिस्थितियों द्वारा निर्मित माहौल के कारण व बार-बार काम भाव से ग्रस्त हो जाता है और ऐसी स्थिति में उसके द्वारा किसी भी प्रकार...